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दिल्ली में 60 सीटें जितने के बाद मोदी जी खुद प्रधानमन्त्री पद से इस्तीफा देकर दिल्ली में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे ।

तस्वीर देख कर मतलब निकालने से पहले ये लेख जरूर पढ लें! इस जबरदस्त खबर को जरूर शेयर करें

By: Amit Bhaskar : **न्यूज़ चैनलों की भविष्यवाणी**
खबर है की दिल्ली में भाजपा बहुमत की सरकार बना सकती है । मोदी जी को व्यक्ति विशेष बनाने के बाद किये गए अपने विशेष सर्वे में ए.बी.पी न्यूज़ ने बताया की भाजपा करीब 54 सीटें दिल्ली में जीत सकती है । 

ऐसा ही एक सर्वे सर्वप्रिय रजत शर्मा जी के चैनल माफ़ करियेगा मोदी प्रायोजित रजत शर्मा जी के चैनल इंडिया टीवी ने भी किया जिसमे भाजपा को 60 सीटें मिल सकती हैं । खबर है की पहले इन सभी चैनलों ने भाजपा के जीते हुए दिग्गज सांसदों की उन जनसभाओं को भी कवर करने की कोशिश की लेकिन कुर्सियों पर 'हरामजादे' नहीं मिल पाये केवल मंच के रामजादे ही गाली देते नज़र आये । जनता की इस बेरुखी से तंग आकर सभी चैनलों को निर्देश दिया गया है की अब सर्वे सर्वे का खेल खेलें ।


**मोदी जी करेंगे सबसे बड़ा त्याग**
इतना ही नहीं नीलसन और इंडिया टुडे ग्रुप के सर्वे ये तक बता रहे हैं की दिल्ली में 60 सीटें जितने के बाद मोदी जी खुद प्रधानमन्त्री पद से इस्तीफा देकर दिल्ली में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे । रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली चुनाव में विजय पाने के बाद मोदी जी अपनी धर्मपत्नी को तहे दिल से स्वीकारते हुए प्रधानमन्त्री निवास और अपनी मासिक करीब 100 करोड़ की सुरक्षा त्याग देंगे । 

मोदी जी ने बुझे मन से ये भी कहा की भले ही उनके अपने बच्चे ना हों लेकिन वो सारे देश के नौनिहालों की कसम खाकर कहते हैं की रहने के लिए एक घर भी नही लेंगे और ना ही गाडी वो सड़क किनारे टेंट लगवा कर अपनी साइकिल से सभी कार्यालय से जुड़ा काम करेंगे ।


**बिजली पानी पर वादे**
सूत्रो के अनुसार मोदी जी ने अपने मुख्यमंत्री बनने के बाद उठाये जानेवाले संभावित क़दमों की चर्चा करते हुए ये भी कहा की उनके मुख्यमंत्री पद संभालते ही सर्वप्रथम गरीबी की मार झेल रही बिजली कंपनियों को फायदा पंहुचाने हेतु सभी जरुरी कदम उठाएंगे जिसमे लुटेरी जनता पर बिजली के अतिरिक्त दामों का बढ़ाना भी शामिल है । 

मोदी जी ने बात करते हुए ये भी साफ़ किया की पानी मुफ़्त केवल उन्हें ही मिलेगा जिन्हें इसकी जरुरत नहीं है इससे पानी की बचत की जा सकेगी , साथ ही उन्होंने गरीबों द्वारा टैंकरों से पानी मंगवाने की समस्या का भी संज्ञान लेते हुए निश्चय किया है की ये सभी टैंकर सुविधाएं बंद कर दी जाएंगी जिससे हर व्यक्ति अपने लिए खुद हैंडपंप लगाए इससे रोजगार भो मिल पाएगा और पानी भी । साथ उन्होंने वर्षाजल के संग्रह के लिये भी कदम उठाने की बात कही जिससे कम से कम गरीब लोगों के नहाने धोने तथा दैनिक दिनचर्या के काम निपट सकें ।


**महिला सुरक्षा के लिये उठाये जाने वाले कदम**
महिला सुरक्षा से सम्बंधित सवाल पूछे जाने पर पहले तो मोदी जी बचते दिखे लेकिन फिर न जाने क्यों साथ बैठे भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह को बाहर भेजने के बाद उन्होंने निम्नलिखित बातें मीडिया को बतायीं । उन्होने बताया की महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी संयुक्त रूप से आर.एस.एस. , विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल को दे दी जाएगी इस स्पेशल आयोग के मुखिया अमित शाह खुद होंगे ।

अमित शाह को इस अतिरिक्त कार्य की जिम्मेदारी सौंपने के पीछे का कारण मोदी जी ने उनके पूर्व अनुभव को बताया । उन्होंने कहा की महिला सुरक्षा के लिए हर स्त्री पर पैनी नज़र रखी जाएगी चाहे वो घर पर हों या घर से बाहर अमित शाह इस बात की जिम्मेदारी लेंगे एयर ध्यान रखेंगे की महिला क्या करती है किसी मिलती है । 

उन्होंने आगे बताया की अगर महिला अपने पिता और भाई के अलावा किस गैर मर्द से मिलती है या कोई स्त्री अपने बॉयफ्रेंड से मिलती है तो ये जिम्मेदारी बजरंग दल की होगी की वो सभी जोड़ों को पार्क में या सड़क पर कहीं भी भारत माता की जय बोलते हुए पत्थर मारें , विश्व हिन्दू परिषद् और आर.एस.एस इस बात का ख्याल रखेगी को स्त्री अगर गैर हिन्दू पुरुष से मिलती है तो उसकी घर वापसी करवाई जाए । 

महिला सुरक्षा के लियी आगे बोलते हुए मोदी जी ने महिलाओं के लिए ड्रेस कोड तैयार करने की जिम्मेदारी भी कई हिन्दू संगठनों को दे दी है । मोदी जी ने देश के बच्चों की कसम खाकर कहा है की उनके मुख्यमंत्री बनते ही ये सभी जरुरी कदम तुरंत उठाये जाएंगे जिससे महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करें ।


**लोकपाल पर प्रतिबद्ध**
लोकपाल के मुद्दे पर मोदी जी बचते नज़र आएं साथ ही उन्होंने जनरल वी.के.सिंह तथा किरण बेदी जी का माँ लेते हुए कहा की लोकपाल बनाने की जिम्मेदारी इन्हें दे दी जाएगी । 

उन्होंने यह भी साफ़ किया की इस बात का पूरा पूरा ध्यान रखा जाएगा की लोकपाल किसी भ्रष्ट अधिकारी की जांच ना कर सके साथ ही किसी सामान्य नागरिक को शिकायत करने की भी आज़ादी ना हो जिससे व्यवस्था चर्मराये नहीं और अराजकता वाली स्तिथि पैदा ना हो ।

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